मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF

मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF | Man are From Mars Women are from Venus pdf
मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF | Man are From Mars Women are from Venus pdf

मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस PDF आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं, इस पुस्तक को जॉन ग्रे में लिखा है जो रिश्तों के एक बड़े सलाहकार होने के साथ साथ एक प्रवक्ता और लेखक भी हैं, इस पुस्तक का अनूठा नाम ही एक बड़ा मतलब है जिसमें ग्रहों की तरह पुरुष और स्त्री की सोच विचार में अंतर दर्शाया गया है, अक्सर पति पत्नी के बीच झगड़ा हो जाता है तो अधिकतर उसके बीच की वजह होती है कि पुरुष का स्त्री के मनोविज्ञान को न समझना और स्त्री को पुरुष का, लेकिन इस पुस्तक को पढ़कर सामांझकर और अपनाकर आप अपने रिश्ते को बहतर और मधुर बना सकते हैं । यह पुस्तक Mans are from Mars Women are from venus का हिंदी अनुवाद है ।

स्त्री और पुरुष दोनों इंसान के दो भेद हैं, ये अलग प्राणी होने के साथ साथ अलग सोच भी रखते हैं, इसलिए अपने स्त्री/पुरुष साथी से अच्छे संबंध हेतु आपको उसके मनोविज्ञान को समझना अति आवश्यक है और इसमें आपके मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी pdf (पुरुष मंगल से स्त्री शुक्र से pdf) काफी काम आ सकता है ।

Mans are from Mars Women are from venus hindi पुस्तक की जानकारी

मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF
मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF
पुस्तक का नाम:मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस
PDF का नाम:मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी (zothink)
लेखक:जॉन ग्रे
PDF Download:उपलब्ध है

अज्ञानतावश अक्सर पुरुष सोचते हैं कि महिला मेरे हिसाब से सोचे और स्त्री चाहती है कि पुरुष मेरे हिसाब से सोचे मेरे अनुसार चले लेकिन ऐसा नहीं होता है दोनों ही अलग अलग हैं ।

स्त्री और पुरुष का मनोविज्ञान

स्त्री: अक्सर स्त्री की शिकायत रहती है कि पुरुष हमारी सुनते नही वे कुछ देर वक्त तक सुनकर हल बताने लगते हैं, असल में स्त्री के मनोविज्ञान अनुसार स्त्री को जब बाधा आती है और जब पुरुष को बाधा आती है तो पुरुष शांत होकर उसका हल खोजता है तो वहीं स्त्री के साथ ऐसा नहीं होता, बल्कि स्त्री बोलकर पहले बोलकर अपना मन हल्का करती है और फिर उस बाधा का हल खुद ही कर लेती है न की किसी से हल लेना चाहती है, स्त्री चाहती है कि पुरुष हल देने के बजाए, स्त्री चाहती है कि पुरुष सलाह देने के बजाए सिर्फ मेरी सुने, स्त्री उपलब्धियों के मुकाबले प्यार और स्नेह को अधिक प्राथमिकता देती हैं ।

पुरुष: बाधा आनेपर पुरुष उसे खुद हल करने का प्रयास करते हैं, और तब तक किसी से सलाह नही लेते जब तक कि जरूरत न हो, पुरुष शक्ति, काम की नैतिकता और उपलब्धियों को प्राथमिकता देते हैं ।

स्त्री और पुरुष की प्रवत्ति में सबसे बड़ा अंतर में से एक है की जब पुरुष को मानसिक तनाव होता है तो वह शांत हो जाता है लेकिन जब स्त्री मानसिकतानव में होती है तो वह चाहती है कि वो अपनी परेशानी, दुख और डर किसी को बताए ।

पुरुष बाधा में शांत होकर उसे हल करना कहती है तो वहीं स्त्री इसके बारे में दूसरों से सिर्फ बाते करके खुद हल निकालना चाहती हैं ।

उद्धरण के तौर पर: पति नौकरी करके घर पर आता है और वो काफी परेशान है और आकर पुस्तक पढ़ रहा है वह अब कुछ वक्त एकांत में रहना चाहता है लेकिन तभी उसकी पत्नी आ जाती है वो भी काफी परेशान है और अपनी परेशानियों पति को बताने लगती है, लेकिन परेशान पति को लगता है की ये बहुत बोलती है तब ऐसेमे पत्नी को लगता है की ये मुझे नजर अंदाज कर रहे हैं, जबकि ये दोनों ही एक दूसरे को नही समझ पाते क्योंकि स्त्री अपना मन हल्का करने के लिए ज्यादा बोलती है तो वहीं पुरुष शांत हो जाता है ।

मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF

मैन आर फ्रॉम मार्स वूमेन आर फ्रॉम वीनस हिंदी PDF के डाउनलोड लिंक में कोई भी परेशानी होने पर कोई भी बाधा आने पर लिंक का न खुलने पर / लिंक टूटा है तो हमसे तुरंत संपर्क करे आपकी परेशानी का हल जरूर होगा ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top